आमिर खान इस समय अपनी फिल्म लाल सिंह चड्ढा की शूटिंग इस्तांबुल में कर रहे हैं . मुझे तो अभी भी समझ में नहीं आ रहा है कि लाल सिंह चड्ढा का तुर्की से क्या संबंध है और इस फिल्म की शूटिंग टर्की में ही होनी क्यों जरूरी है ?
जो भी हो बॉलीवुड के कुछ लोग विशेषतया, भारत में असहिष्णुता का आरोप लगाने वाले लोग प्राय: अपनी फिल्मों की शूटिंग इस्तांबुल में करते हैं, और हिन्दुतान इसे सहिष्णुता से नजरंदाज करता रहता है।
आमिर खान ने इस्तांबुल में वहां राष्ट्रपति की पत्नी इमीन एरडोगन से १५ अगस्त २०२० को मुलाकात की जिस की फोटो उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर की है, भारत में जिस का जमकर विरोध हो रहा है। आमिर की ये हरकत बेहद निंदनीय और पूरे देशको शर्मशार करने वाली है, इसलिए उसका विरोध बिलकुल सही है.
- यह वही आमिर खान हैं जिन्होंने 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद कहा था कि भारत में असहिष्णुता बढ़ रही है और उन्हें और उनकी पत्नी को यहां डर लगता है
- तुर्की का रुख भारत के लिए कभी भी दोस्ताना नहीं रहा. तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोगन ने जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने के विरोध में संयुक्त राष्ट्र संघ में न केवल बयान दिया था बल्कि पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर के संघर्ष के लिए हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया था.
- तुर्की के राष्ट्रपति एरदोगन ने अभी कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से की हैं.
- तुर्की अब पाकिस्तान के बाद 'भारत-विरोधी गतिविधियों' का दूसरा सबसे बड़ा केंद्र बनकर उभरा है और जिसकी मीडिया में काफी दिनों से चर्चा है।
- केरल से कश्मीर तक देश के तमाम हिस्सों में कट्टर इस्लामी संगठनों को तुर्की से फंड मिल रहा है।
- तुर्की भारत में मुसलमानों में कट्टरता घोलने और चरमपंथियों की भर्तियों की कोशिश कर रहा है ताकि भारत में जिहाद की मुहिम चलाई जा सके।
- भारत के खिलाफ जहर उगलने और मुसलमानों का मसीहा बनने की कोशिश में लगे तुर्की की प्रथम महिला एमीन एर्दोगन से बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान की मुलाकात ही देश विरोधी नही है बल्कि तुर्की जाकर शूटिंग करना ही देश विरोधी हरकत है।
- आमिर खान तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोगन से भी मिलने वाले थे ताकि वह वाटर फाउंडेशन के काम के बारे में एर्दोगन को बता संके जिसकी स्थापना आमिर खान और उकी पत्नी किरण राव ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पानी पहुँचाने के लिए की है।
- अगर यह वाटर फाउंडेशन भारत में स्थापित किया गया है तो इसे तुर्की के राष्ट्रपति को बताने की क्या जरूरत है?
- और यह अगर तुर्की में बनाया गया है? तो क्यों बनाया गया है?
- क्या आमिर खान को नही मालूम कि तुर्की ने कुछ समय पहले एक चर्च को मस्जिद में बदला गया ? ये कौन सी धर्म निरपेक्षता और सहिष्णुता है जो उन्हें तुर्की का मित्र बनाती है । उन्हें भारत में डर लगता है लेकिन तुर्की में नही?
आमिर खान का यह पहला शर्मनाक और भारत विरोधी कृत्य नही है । इसके पहले भी वह देश को न केवल बहुत शर्मसार कर चुके हैं, बल्कि राष्ट्रीय हितों को चोट भी पहुंचा चुके हैं ।
कब तक यह देश ऐसे देश विरोधी और मक्कारों को बर्दास्त करता रहेगा?
बस अब और नहीं । लोगो को चाहिए कि आमिर खान जैसे लोगो का हर मंच पर बहिष्कार करे ।
https://twitter.com/EmineErdogan/status/1294684499075366913
फोटो ट्विटर
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