योगी की योग्यता परखना भाजपा के लिए आत्मघाती होगा ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ ~~~~~~ कुछ दिनों से सोशल मीडिया में उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी को बदलने की अफवाह जोरों पर है. अफवाहों में सभी ने अपने अपने तर्क दिए हैं, कुछ ने कहा है कि योगी और मोदी के बीच में मतभेद गहराते जा रहे हैं तो कुछ ने कहा कि योगी किसी मंत्री या कार्यकर्ता की नहीं सुनते और उनकी कार्यशैली बिल्कुल तानाशाह जैसी हो गई है. विपक्ष और मीडिया ने कोरोना की दूसरी लहर में पूरे प्रदेश में हुई अत्यधिक मौतों को इसका कारण बताया है जिस के समर्थन में उन्होंने गंगा में बहते हुए शवों और श्मशान घाटों में में लंबी-लंबी कतारों का लगना बताया है, यह भी दावा किया गया है कि यह सब तब है जबकि उत्तर प्रदेश सरकार ने मौत के आंकड़े छुपाए हैं. कुछ स्वयंभू और गिद्ध पत्रकारों ने भी इन अफवाहों को ऑक्सीजन देने का काम किया है, जो कुछ दिन पहले तक श्मशान घाट से सजीव प्रसारण कर रहे थे और गंगा में बहती लाशों का विश्लेषण कर रहे थे. विपक्ष ने भी इन अफवाहों को इसे हाथों-हाथ लपक लिया और उनके कार्यकर्ताओं ने भी